भारत का स्वतंत्रता-संघर्ष : महत्वपूर्ण तथ्य

नमस्कार दोस्तों Sarkaripen.com में आप लोगो का स्वागत है क्या आप भारत का स्वतंत्रता संघर्ष के महत्वपूर्ण तथ्य की जानकारी पाना चाहते है , आज के समय किसी भी नौकरी की प्रतियोगिता की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण विषय है तथा Bharat ke Swatantrata sangharsh ke mahatvpurn tathya in hindi की जानकारी होना बहुत आवश्यक है , इसलिए आज हम Swatantrata sangharsh ke mahatvpurn tathya विषय के बारे में बात करेंगे । निचे Important facts of India's freedom struggle की जानकारी निम्नवत है ।

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Swatantrata sangharsh ke mahatvpurn tathya

⦿ पहला अंग्रेज विरोधी संघर्ष संन्यासियों के द्वारा शुरू किया गया ।

⦿ संन्यासी विद्रोह का उल्लेख बंकिमचन्द्र चटर्जी के उपन्यास आनन्दमठ में किया गया है ।

⦿ 1887 ई . में दादा भाई नौरोजी ने इंग्लैंड में भारतीय सुधार समिति की स्थापना की ।

⦿ 1887 ई . के बाद ब्रिटिश सरकार का रुख काँग्रेस के प्रति कठोर होता चला गया ।

⦿ नौरोजी , दत्त एवं वाचा ने धन निकास के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया । दादा भाई नौरोजी ने धन का पलायन सिद्धान्त का वर्णन अपनी पुस्तक पॉवर्टी एण्ड अन - ब्रिटिश रूल इन इंडिया में किया है ।

⦿ ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स का चुनाव लड़ने वाले सर्वप्रथम भारतीय दादाभाई नौरोजी थे । इन्होंने लिबरल पार्टी के उम्मीदवार के रूप में फिंसवरी से , 1892 ई . में चुनाव जीता था ।

⦿ लॉर्ड कर्जन ने 20 जुलाई , 1905 ई . को बंगाल - विभाजन के निर्णय की घोषणा की ।

⦿ बंगाल - विभाजन के विरोध में 7 अगस्त , 1905 को कलकत्ता के टाऊन हॉल में स्वदेशी आन्दोलन की घोषणा की गयी । बंगाल विभाजन 16 अक्टूबर , 1905 को प्रभावी हुआ । इस दिन पूरे बंगाल में शोक दिवस मनाया गया । स्वदेशी आन्दोलन में वन्दे मातरम् , विभाजन नहीं चाहिए एवं बंगाल एक है आदि नारे लगाये गये ।

काँग्रेस पर कुछ विशेष टिप्पणीयाँ
डफरिन
काँग्रेस केवल सूक्ष्मदर्शी अल्पसंख्या का प्रतिनिधित्व करती है 
कर्जन काँग्रेस अपने पतन की ओर लड़खड़ाती हुई जा रही है
अरविन्द घोष काँग्रेस क्षयरोग से मरने ही वाली है
बंकिमचंद्र चटर्जी काँग्रेस के लोग पदों के भूखे राजनीतिज्ञ हैं

नोट : स्वदेशी आन्दोलन का विचार सर्वप्रथम कृष्ण कुमार मित्र के पत्र संजीवनी में 1905 ई . में प्रस्तुत किया गया था ।

⦿ आन्ध्र के डेल्टा इलाकों में स्वदेशी आन्दोलन को वंदे मातरम आन्दोलन के नाम से जाना जाता था ।

⦿ 1906 में कलकत्ता में हुए काँग्रेस के अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए दादाभाई नौरोजी ने पहली बार स्वराज्य की माँग प्रस्तुत की ।

⦿ स्वदेशी आन्दोलन चलाने के तरीके को लेकर ही काँग्रेस 1907 ई. के सूरत अधिवेशन में उग्रवादी ( गरम दल ) एवं उदारवादी ( नरम दल ) नामक दो दलों में विभाजित हो गयी । इस सम्मेलन की अध्यक्षता रासबिहारी बोस ने की थी ।

⦿ स्वदेशी आन्दोलन के अवसर पर ही रवीन्द्र नाथ ठाकुर ने अपना प्रसिद्ध गीत आमार सोनार बंगला लिखा । बाद में यही गीत बांग्लादेश का राष्ट्रीय गीत बना ।

⦿ बाल गंगाधर तिलक पहले काँग्रेसी नेता थे , जिन्होंने देश के लिए कई बार जेल की यात्रा की । 1897 में राजद्रोह के आरोप में 18 माह की कारावास हुई । फिर 1908 में राजद्रोह के आरोप में 6 वर्ष की कारावास हुई । 1908 से 1914 तक वर्मा के मॉडले जेल में 6 वर्ष काटने पड़े ।

⦿ प्लेग के समय की ज्यादतियों से प्रभावित होकर पूना के चापेकर बन्धुओं ( दामोदर एवं बालकृष्ण ) ने प्लेग अधिकारी रैंड एवं एयर्स्ट की हत्या कर दी ।

⦿ बंगाल में क्रांतिकारी विचारधारा को वारिन्द्र कुमार घोष एवं भूपेन्द्रनाथ दत्त ने फैलाया । 1905 ई . में वारिन्द्र कुमार घोष ने ' भवानी मंदिर ' नाम की पुस्तिका लिखी , जिसमें क्रांतिकारी कार्यों को संगठित करने के लिए केंद्र बनाने के लिए जानकारी दी गई थी । 1906 ई . में इन दोनों ने मिलकर ' युंगातर ' नामक समाचार - पत्र का प्रकाशन किया ।


1893 ई . का वर्ष : एक परिवर्तन बिन्दु

⦿ 1893 ई . में स्वामी विवेकानंद ( 1863 - 1902 ई . ) अमेरिका के शिकागो नगर पहुंचे । सितम्बर , 1893 ई . में वहाँ पर हो रहे सर्व धर्म सम्मेलन में पहले ही दिन उन्हें दो मिनट बोलने का समय दिया गया था । जैसे ही उन्होंने अपने वक्तव्य का संबोधन ' अमेरिका के भाइयों और बहनों के साथ शुरू किया , तालियों की गड़गड़ाहट ने न केवल उन्हें , बल्कि भारत को विश्व के सर्वोच्च देशों में लाकर खड़ा कर दिया । उन्हें ' तुफानी हिन्दू ' कहा जाने लगा ।

⦿ 1893 ई . में 14 वर्ष के बाद योगीराज अरविन्द घोष ( 1872 - 1950 ई . ) की भारत भूमि पर वापसी हुई । 1893 ई . में उन्होंने एक लेखमाला ' न्यू लैंप फॉर ओल्ड ' प्रकाशित किया ।

⦿ 16 नवम्बर , 1893 को एनी बेसेंट ( 1847 - 1933 ई . ) भारत आई । वे वाराणसी शहर में रहने लगीं । उन्होंने भारतीयों से कहा कि , " मैं हृदय से तुम्हारे साथ हूँ और संस्कृति से भी मैं तुम्हीं लोगों में से एक हूँ । "

⦿ 1893 ई . में महात्मा गाँधी ( 1869 - 1948 ई . ) अब्दुल्ला सेठ नामक व्यापारी के मुकदमे में दक्षिण अफ्रीका गए ।

⦿ क्रांतिकारी गतिविधियों की दृष्टि से भी 1893 ई . का वर्ष महत्वपूर्ण है । नासिक में चापेकर बंधुओं ने एक गुप्त संस्था ' सोसायटी फॉर दी रिमूवल ऑफ ऑब्स्टेकल्स टू दी हिन्दू रिलीजन ' स्थापित की ।

⦿ बंगाल में पी . मित्रा ने ' अनुशीलन समिति ' का गठन किया , जिसका उद्देश्य था — खून का बदला खून । अनुशीलन समिति की 500 शाखाएँ खोली गयीं । अनुशीलन समिति ने हेमचन्द्र दास कानूनगो को पेरिस भेजा , जिसने रूसी क्रांतिकारी निकोलस सफ्रांस्की से बम बनाना सीखा 

⦿ महाराष्ट्र में विनायक दामोदर सावरकर ने 1904 ई . में ' अभिनव भारत ' नामक संस्था स्थापित की । अभिनव भारत संगठन के सदस्य पी . एन . वापट बम बनाने की कला सीखने के लिए पेरिस गये ।

⦿ महाराष्ट्र में क्रांतिकारी आन्दोलन उभारने का श्रेय तिलक के पत्र ' केसरी ' ( मराठी में ) को जाता है ।

⦿ तिलक ने 1893 ई . में गणपति एवं 1895 ई . में शिवाजी उत्सव मनाना प्रारंभ किया ।

⦿ वेलेन्टाइल शिरॉले ने बाल गंगाधर तिलक को भारतीय असन्तोष का जनक कहा था ।

⦿ महाराष्ट्र से महत्वपूर्ण क्रांतिकारी पत्र ' काल ' का सम्पादन परांजपे ने किया ।

⦿ प्रफुल्ल चाकी और खुदीराम बोस ने 30 अप्रैल , 1908 ई . को मुजफ्फरपुर के जज किंग्सफोर्ड की हत्या का प्रयत्न किया । गलती  से बम केनेडी की गाड़ी पर गिरा दिया गया , जिससे दो महिलाओं ( प्रिंगले की पत्नी एवं बेटी ) की मृत्यु हो गयी । चाकी ने आत्महत्या कर ली और खुदीराम बोस को लगभग 18 वर्ष की अवस्था में 11 अगस्त , 1908 ई . को फाँसी दे दी गयी ।

⦿ खुदीराम बोस बंगाल के क्रांतिकारियों के युगान्तर दल के सक्रिय सदस्य थे । युगान्तर दल के नेता बारीन्द्र कुमार घोष थे ।

⦿ 1905 ई . में लन्दन में श्याम जी कृष्ण वर्मा ने इंडियन होमरूल सोसायटी की स्थापना की ।

⦿ 30 दिसम्बर , 1906 ई . को ढाका के नवाब सलीम उल्ला खाँ के निमंत्रण पर सम्मेलन हुआ । नवाब वकारुल मुल्क इसके अध्यक्ष थे । इसी सम्मेलन में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग का उदय हुआ । लीग का संविधान 1907 ई . में कराची में बना और इस संविधान के अनुसार प्रथम अधिवेशन 1908 ई . में अमृतसर में हुआ जहाँ आगा खाँ को इसका अध्यक्ष बना दिया गया । मुस्लिम लीग ने बंगाल - विभाजन का समर्थन किया ।

खुदीराम बोस जन्म : 1889
ग्राम: हबीबपुर ( जि . मिदनापुर , पं . बंगाल )
पकड़ने वाली पुलिस : फतह सिंह एवं शिव प्रसाद मिश्र
खुदीराम बोस के मुकदमें में जज : कर्नडफ
सरकारी वकील : मानुक व विनोद मजुमदार
खुदीराम बोस की ओर से वकील : कालीदास बोस
फाँसी की तारीख : 11 अगस्त,1908 ( एक हाथ में गीता लेकर खुदीराम बोस फाँसी के तख्ते पर जा खड़े हुए । )

⦿ भीकाजी रूसतम कामा भारतीय मूल की फ्रांसीसी नागरिक थी , जो जर्मनी के स्टुटगार्ड शहर में 22 अगस्त , 1907 को आयोजित सातवीं अन्तर्राष्ट्रीय कांग्रेस में तिरंगा फहराने के लिए जानी जाती है । इनके माता - पिता पारसी थे । इन्होंने दादा भाई नौरोजी के निजी सचिव के रूप में भी काम की थी ।

⦿ 1 जुलाई , 1909 को मदन लाल ढींगरा ने विलियम कर्ज़न वाइली को गोली मारकर हत्या कर दी । 16 अगस्त , 1909 ई . को मदन लाल ढींगरा को मृत्युदंड दिया गया ।

⦿ 21 दिसम्बर , 1909 को अनंत कान्हरे ने जैक्सन को गोली मार दी ।

⦿ वायसराय लॉर्ड हार्डिंग ने 1911 ई . में दिल्ली में भव्य दरबार का आयोजन इंग्लैंड के सम्राट् जॉर्ज पंचम एवं मेरी के स्वागत में किया । इस दरबार में निम्न घोषणाएँ हुईं -
1 . बंगाल - विभाजन को रद्द किया गया ।
2 . बंगाली भाषी क्षेत्रों को मिलाकर अलग एक प्रांत बनाया गया ।
3 . बिहार एक अलग राज्य बना , जिसमें उड़ीसा भी शामिल था ।
4 . राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानान्तरित करने की घोषणा हुई । 1912 ई . में दिल्ली , भारत की राजधानी बनी ।

⦿ 23 दिसम्बर , 1912 ई . को रासबिहारी बोस ने दिल्ली में वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंका । इसके परिणामस्वरूप 13 व्यक्ति गिरफ्तार किये गये । इसमें प्रमुख थे — मास्टर अमीचन्द , दीनानाथ , अवधबिहारी लाल , बाल मुकुंद , बसंत कुमार विश्वास , हनुमंत सहाय एवं बलराज । दीनानाथ दबाव में आकर सरकारी गवाह बन गये और मास्टर अमीचन्द , अवधबिहारी लाल , बाल मुकुंद एवं बसंत कुमार विश्वास को फाँसी दे दी गयी ।

⦿ 1 नवम्बर , 1913 में अनेक भारतीयों ने लाला हरदयाल के नेतृत्व में सैन फ्रांसिस्को ( अमेरिका ) में गदर पार्टी की स्थापना की , सोहनसिंह भाक्खना इसके प्रथम अध्यक्ष , लाला हरदयाल इसके प्रथम मंत्री एवं काशीराम कोषाध्यक्ष चुने गये थे । 1 नवम्बर 1913 को गदर अखबार का पहला अंक प्रकाशित हुआ , जो उर्दू में था । 9 दिसम्बर , 1913 से यह गुरुमुखी में छपने लगा । इसके प्रत्येक अंक के पहले पृष्ठ पर छपता था — ' अग्रेजी राज का कच्चा चिट्ठा ' ।

⦿ कोमागातामारु जापानी जहाज को बाबा गुरुदत्त सिंह ( 1914 ई . ) ने किराये पर लिया था । यह जलयान 351 यात्रियों के साथ 26 सितम्बर , 1914 ई . को हुगली पहुँचा । बजबज नामक बंदरगाह पर जहाज पहुँचने पर तलाशी हुई और संघर्ष हुआ । 18 यात्री मार दिये गये और लगभग 25 यात्री घायल हुए ।

⦿ 1915 ई . में अंग्रेज सरकार ने कैसर - ए - हिन्द की उपाधि से महात्मा गाँधी को सम्मानित किया ।

⦿ काँग्रेस के लखनऊ अधिवेशन ( 1916 ई . ) में काँग्रेस के दोनों दलों में एकता हो गयी । इसी अधिवेशन में मुस्लिम लीग ने भी काँग्रेस से मिलकर एक संयुक्त समिति की स्थापना की ।

⦿ बाल गंगाधर तिलक ने स्वशासन प्राप्ति हेतु 28 अप्रैल , 1916 ई . को पूना में होमरूल लीग की स्थापना की ।

⦿ एनी बेसेन्ट ने सितम्बर , 1916 ई . में मद्रास में होमरूल लीग की स्थापना की । जॉर्ज अरुण्डेल को लीग का सचिव बनाया ।

⦿ गाँधीजी ने प्रथम विश्वयुद्ध के समय लोगों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित किया , इसलिए लोग इन्हें भर्ती कराने वाला सार्जेन्ट कहने लगे ।

⦿ 1916 ई . में गाँधीजी ने अहमदाबाद के करीब साबरमती आश्रम की स्थापना की ।

⦿ बिहार के एक किसान नेता राजकुमार शुक्ल ने गाँधीजी को चम्पारण आने को प्रेरित किया । चम्पारण आन्दोलन के इस सूत्रधार की 20 मई , 1929 को 54 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गयी । अंग्रेज अधिकारी एमन जिससे शुक्ल जी 25 वर्षों तक लड़ते रहे थे , उनके श्राद्ध कर्म के लिए 300 रुपए भेजा एवं कहा कि वह चम्पारण का अकेला मर्द था ।

⦿ गाँधीजी ने ' सत्याग्रह ' का सर्वप्रथम प्रयोग द . अफ्रीका में किया । भारत में ' सत्याग्रह ' का पहला प्रयोग 1917 ई . में चम्पारण ( बिहार ) में किया गया ।

⦿ चम्पारण विद्रोह के कारण अंग्रेजों को तीनकठिया प्रथा को समाप्त करना पड़ा ।

⦿ चंपारण में नील की खेती की प्रमुख प्रणाली तिनकठिया प्रणाली थी । इसमें किसान को अपनी भूमि के तीन कट्ठे प्रति बीघा ( १ बीघा = २० कट्ठा ) , यानी अपनी भूमि के ३/२० हिस्से में नील की खेती करने की बाध्यता थी । इसके लिए कोई कानूनी आधार नहीं थे । यह केवल नील फैक्टरी के मालिकों ( प्लाटरों ) की इच्छा पर तय किया गया था । इसके अतिरिक्त सन् १९०० के बाद , यूरोप के कृत्रिम नील से प्रतिस्पर्धा के कारण बिहार की नील फ़ैक्टरियों को गिरावट का सामना करना पड़ा । नुकसान से बचने के लिए , प्लाटरों ने नील उगाने के लिए किसानों के साथ अपने समझौतों को रद्द करना शुरू कर दिया । किसानों को इस दायित्व से मुक्त करने के लिए वे एक तावान , यानी हर्जाना वसूलते थे जो रु . १०० प्रति बीघा तक पड़ता था । यदि किसान नकद भुगतान नहीं कर पाते तो , प्रतिवर्ष १२ प्रतिशत की ब्याज दर पर , हस्तांक - पत्र और बंधक ऋण पत्र बनाए जाते थे ।

⦿ एनी बेसेन्ट ने 20 अगस्त , 1917 ई . को होमरूल लीग को समाप्त करने की घोषणा की ।

⦿ 1918 में महात्मा गाँधी ने अहमदाबाद टेक्सटाइल्स लेबर एशोसिएशन की स्थापना की । यह उस समय की सबसे बड़ी ट्रेड युनियन थी । यही गाँधी जी ने ट्रस्टीशिप का सिद्धान्त दिया । इसमें इन्होन बताया कि पूँजीपति , मजदूरों के हितों की रक्षा करने वाले ट्रस्टी होते हैं ।

नोट : 31 अक्टूबर , 1920 को एन . एम . जोशी ने ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस ( AITUC ) की स्थापना की । इसके प्रथम अध्यक्ष लाला लाजपत राय थे ।

⦿ महात्मा गाँधी ने पहली बार भूख हड़ताल अहमदाबाद मिल मजदूरों के हड़ताल ( 1918 ई . ) के समर्थन में की थी ।

⦿ गाँधीजी ने 1918 ई . में गुजरात के खेड़ा जिले में ' कर नहीं आन्दोलन ' चलाया ।

⦿ 19 मार्च , 1919 ई . को रौलेट एक्ट लागू किया गया । इसके अनुसार किसी भी संदेहास्पद व्यक्ति को बिना मुकदमा चलाये गिरफ्तार किया जा सकता था , परन्तु उसके विरुद्ध ' न कोई अपील , न कोई दलील और न कोई वकील ' किया जा सकता था ।

⦿ गाँधी ने इस कानून के विरुद्ध 6 अप्रैल , 1919 ई . को देशव्यापी हड़ताल करवायी ।

⦿ 13 अप्रैल , 1919 ई . को अमृतसर में जालियाँवाला बाग हत्याकांड हुआ । डॉ . सतपाल और सैफुद्दीन किचलू की गिरफ्तारी के विरोध में हो रही जनसभा पर ब्रिगेडियर जेनरल डायर ने अंधाधुंध गोलियाँ चलवायी । डायर का पूरा नाम रेजिनाल्ड एडवर्ड हैरी डायर था । सरकारी रिपोर्ट के अनुसार इसमें 379 व्यक्ति एवं काँग्रेस समिति के अनुसार लगभग 1000 व्यक्ति मारे गये । उस समय पंजाब का ब्रिटिश लेफ्टिनेंट गवर्नर सर माइकल ओ डायर था । मुख्यालय वापस पहुँच कर ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को टेलीग्राम किया कि उस पर भारतीयों की एक फ़ौज ने हमला किया था जिससे बचने के लिए उसको गोलियाँ चलानी पड़ी । ब्रिटिश लेफ़्टिनेण्ट गवर्नर मायकल ओ डायर ने इसके उत्तर में ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर को टेलीग्राम किया कि तुमने सही कदम उठाया । मैं तुम्हारे निर्णय को अनुमोदित करता हूँ । फिर ब्रिटिश लेफ़्टिनेण्ट गवर्नर मायकल ओ डायर ने अमृतसर और अन्य क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाने की माँग की जिसे वायसरॉय लॉर्ड चेम्सफ़ोर्ड नें स्वीकृत कर दिया ।

⦿ जालियाँवाला बाग हत्याकांड में हंसराज नामक भारतीय ने डायर का सहयोग किया था ।

⦿ शंकरन नायर ने जालियाँवाला बाग हत्याकांड के विरोध में वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् के सदस्यता से इस्तीफा दे दिया ।

⦿ जालियाँवाला बाग हत्याकांड के विरोध में महात्मा गाँधी ने ‘ कैसर ए - हिन्द ' की उपाधि , जमनालाल बजाज ने ‘ राय बहादुर ' की उपाधि एवं रवीन्द्र नाथ टैगोर ने ' सर ' की उपाधि वापस लौटा दी ।

⦿ जालियाँवाला बाग हत्याकांड की जाँच के लिए सरकार ने 19 अक्टूबर , 1919 ई . में लार्ड हंटर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया । इसमें पाँच अंग्रेज एवं तीन भारतीय ( सर चिमन लाल शीतलवाड़ , साहबजादा सुल्तान अहमद एवं जगत नारायण ) सदस्य थे ।

⦿ काँग्रेस ने जालियाँवाला बाग हत्याकांड की जाँच के लिए मदन मोहन मालवीय के नेतृत्व में एक आयोग नियुक्त किया । इसके अन्य सदस्यों में मोतीलाल नेहरू और गाँधीजी थे ।

⦿ जालियाँवाला बाग कभी जल्ली नामक व्यक्ति की संपत्ति थी ।

⦿ खिलाफत आंदोलन भारतीय मुसलमानों का मित्र राष्ट्रों के विरुद्ध , विशेषकर ब्रिटेन के खिलाफ टर्की के खलीफ़ा के समर्थन में आंदोलन था ।

⦿ 19 अक्टूबर , 1919 को समूचे देश में ' खिलाफ़त दिवस ' मनाया गया ।

⦿ 23 नवम्बर , 1919 ई . को हिन्दू और मुसलमानों की एक संयुक्त कांफ्रेंस हुई , जिसकी अध्यक्षता महात्मा गाँधी ने की ।

⦿ रौलेट एक्ट , जालियाँवाला बाग हत्याकांड और खिलाफत आंदोलन के उत्तर में गाँधीजी ने 1 अगस्त , 1920 ई . को असहयोग आंदोलन प्रारंभ किया । असहयोग आन्दोलन की पुष्टि भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस ने दिसम्बर , 1920 ई . के नागपुर अधिवेशन में की ।

⦿ मुहम्मद अली को सर्वप्रथम असहयोग आन्दोलन में गिरफ्तार किया गया ।

⦿ मुहम्मद अली जिन्ना , एनी बेसेंट तथा विपिनचन्द्र पाल काँग्रेस के असहयोग आन्दोलन से सहमत नहीं थे , अतः उन्होंने काँग्रेस छोड़ दी ।

⦿ 5 फरवरी , 1922 ई . को गोरखपुर जिले के चौरी - चौरा नामक स्थान पर असहयोग आन्दोलनकारियों ने क्रोध में आकर थाने में आग लगा दी जिससे एक थानेदार एवं 21 सिपाहियों की मृत्यु हो गयी । इस घटना से दुखित होकर गाँधीजी ने 11 फरवरी , 1922 ई . को असहयोग आन्दोलन स्थगित कर दिया ।

⦿ 13  मार्च , 1922 ई . को गाँधीजी को गिरफ्तार कर 6 वर्ष की कडी कारावास की सजा सुनाई गयी । स्वास्थ्य संबंधी कारणों से गाँधी को 5 फरवरी , 1924 ई . को रिहा कर दिया गया ।

⦿ 1922 ई . के मेवाड़ भील आन्दोलन का नेता मोतीलाल तेजावत था ।

⦿ 1923 ई . में इलाहाबाद में चित्तरंजनदास एवं मोतीलाल नेहरू ने काँग्रेस के अंंतर्गत स्वराज पार्टी की स्थापना की ।

⦿ महात्मा गाँधी सिर्फ एक बार काँग्रेस के बेलगाँव अधिवेशन ( 1924 ई . ) में इसके अध्यक्ष चुने गये ।

⦿ शचीन्द्र सान्याल ने 1924 ई . में कानपुर में ' हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन ' की स्थापना की । भगत सिंह ने 1928 ई . में दिल्ली स्थित फिरोजशाह कोटला में ' हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ' की स्थापना की ।

⦿ 9 अगस्त , 1925 ई . को 10 व्यक्तियों ने सहारनपुर से लखनऊ की ओर जा रही 8 डाउन ट्रेन से रेल विभाग का खजाना काकोरी नामक स्थान पर लूट लिया । इसे ही काकोरी कांड कहा गया । सरकारी खज़ाना लूटने का विचार राम प्रसाद बिस्मिल का था । इसमें राम प्रसाद बिस्मिल , राजेन्द्र लाहिड़ी , रोशन सिंह एवं अशफ़ाकउल्ला खाँ को दिसम्बर , 1927 ई . में फाँसी दे दी गई एवं शचीन्द्र सान्याल को आजीवन कारावास की सजा मिली । मन्मथनाथ गुप्त को 14 वर्ष की कैद हुई । राम प्रसाद बिस्मिल यह कहते हुए कि ' मैं राज्य  के पतन की इच्छा करता हूँ  ' फाँसी पर लटक गए ।

⦿ संभवतः अशफ़ाकउल्ला खाँ पहले भारतीय क्रांतिकारी मुसलमान थे जो देश की स्वतंत्रता के लिए फाँसी के तख्ते पर लटके थे ।

⦿ स्त्रियों ने स्वयं अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करने के उद्देश्य से 1926 ई . में अखिल भारतीय महिला संघ स्थापित किया ।

⦿ साइमन कमीशन 3 फरवरी , 1928 ई . को भारत आया । इसे वाइट मैन कमीशन भी कहते हैं ।

⦿ नेहरु रिपोर्ट को अंतिम रूप से अगस्त , 1928 में आयोजित सर्वदलीय सम्मेलन में स्वीकार किया गया था , इस सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ . अंसारी ने की थी ।

⦿ 30 अक्टूबर , 1928 ई . को लाहौर में साइमन आयोग के विरुद्ध प्रदर्शन करते समय पुलिस की लाठी से लाला लाजपत राय घायल हो गये और बाद में उनकी मृत्यु हो गयी ।

⦿ साइमन कमीशन का बहिष्कार न करने वाले दो दल थे — जस्टिस पार्टी एवं पंजाब यूनियनिस्ट पार्टी

⦿ भगत सिंह के नेतृत्व में पंजाब के क्रांतिकारियों ने 17 दिसम्बर , 1928 को लाहौर के तत्कालीन सहायक पुलिस कप्तान सॉण्डर्स को गोली मार दी ।

⦿ ' पब्लिक सेफ्टी बिल ' पास होने के विरोध में 8 अप्रैल , 1929 ई . को बटुकेश्वर दत्त एवं भगत सिंह ने दिल्ली में सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली में खाली बेंचों पर बम फेंका । ' क्रांतिकारियों ने अपने - पर्चे में कहा था कि उनका मकसद किसी की जान लेना नहीं बल्कि बहरे कानों तक अपनी आवाज पहुँचाने के लिए है ' ।

चंद्रशेखर आजाद ( पंडित जी )
पूरा नाम : चंद्रशेखर सीताराम तिवारी
जन्म स्थान : भावरा , झाबुआ जिला ( वर्तमान में जिला अलीराजपुर , म . प्र . )
जन्म तिथि : 23 जुलाई , 1906 ई .
पिता : पं . सीताराम तिवारी
माता : जगरानी देवी
शहीद स्थल : अल्फ्रेड पार्क , इलाहाबाद
शहीद तिथि : 27 फरवरी , 1931 ई .
संबंधित संगठन : नौजवान सभा , कृति किसान पार्टी , हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन

नोट : भगत सिंह एवं बटुकेश्वर दत्त के बम फेंकने के समय असेम्बली के अध्यक्ष बिठ्ठलभाई पटेल सदारत कर रहे थे ।

⦿ काँग्रेस के 1929 ई . के लाहौर अधिवेशन में ' पूर्ण स्वराज ' का अपना लक्ष्य घोषित किया था । इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू कर रहे थे । 31 दिसम्बर , 1929 ई . को रात के 12 बजे जवाहरलाल नेहरू ने रावी नदी के तट पर नवगृहीत तिरंगे झण्डे को फहराया । इसी अधिवेशन में 26 जनवरी , 1930 ई . को ' प्रथम स्वाधीनता दिवस ' के रूप में मनाने का निश्चय किया गया । इसी के  साथ प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाये जाने की परम्परा शुरू हुई थी ।

⦿ 12 मार्च , 1930 को गाँधीजी ने अपने 79 समर्थकों के साथ साबरमती स्थित अपने आश्रम से लगभग 322 किमी . दूर डाण्डी के लिए प्रस्थान किया । लगभग 24 दिनों बाद 6 अप्रैल , 1930 को डाण्डी पहुँचकर गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ा और सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की । सुभाष चन्द्र बोस ने गाँधीजी के नमक सत्याग्रह की तुलना नेपोलियन के एल्बा से पेरिस यात्रा से की ।

⦿ 4 मार्च , 1931 ई . को गाँधी-इरविन पैक्ट हुआ ,  इसके बाद गाँधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया । गाँधी इरविन समझौता को दिल्ली समझौता के नाम से भी जाना जाता है ।

⦿ 1931 में सरदार बल्लभभाई पटेल की अध्यक्षता में हुई काँग्रेस के कराँची अधिवेशन में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने मूल अधिकारों व आर्थिक कार्यक्रम पर संकल्प प्रारूपित किया । इस प्रस्ताव को बनाने में एम . एन . राय ने नेहरू की मदद की थी । इसी अधिवेशन में गाँधी-इरविन पैक्ट को स्वीकार किया गया एवं गाँधी जी को द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने की अनुमति प्रदान कर दी गई । इसी समय गाँधी ने कहा था कि “ गाँधी मर सकते हैं , परन्तु गाँधीवाद नहीं  " ।

⦿ दूसरा गोलमेज सम्मेलन 7 सितम्बर , 1931 ई . को हुआ । महात्मा गाँधी ने काँग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में इसमें भाग लिया , परन्तु यह सम्मेलन साम्प्रदायिक प्रतिनिधित्व के कारण असफल रहा ।

नोट : प्रथम गोलमेज सम्मेलन 12 नवम्बर , 1930 ई . एवं तृतीय गोलमेज सम्मेलन 17 नवम्बर , 1932 ई . में हुआ ।

⦿ तीनों गोलमेज सम्मेलन के समय इंग्लैंड का प्रधानमंत्री जेम्स रैम्जे मैकडोनाल्ड था ।

⦿ डॉ . भीमराव अम्बेदकर को लंदन में हुई तीनों गोलमेज सभाओं में अछूतों के प्रतिनिधि के रूप में बुलाया गया ।

⦿ दूसरे गोलमेज सम्मेलन की असफलता के बाद गाँधी ने 3 जनवरी , 1932 पुनः सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारंभ कर दिया । सविनय अवज्ञा आन्दोलन अंतिम रूप से 7 अप्रैल , 1934 को वापस लिया गया ।

⦿ सविनय अवज्ञा आन्दोलन में पठान सत्याग्रहियों पर गोली चलाने से गढ़वाल राइफल्स ने इनकार कर दिया ।

⦿ 23 मार्च , 1931 ई . को सुखदेव , भगत सिंह एवं राजगुरु को फाँसी पर लटका दिया गया ।

⦿ मई , 1934 ई . काँग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना हुई ।

⦿ अखिल भारतीय किसान सभा का प्रथम सम्मेलन अप्रैल , 1936 ई . में लखनऊ में हुआ । इसके अध्यक्ष स्वामी सहजानंद तथा महासचिव एन . जी . रंगा चुने गये | स्वामी सहजानन्द सरस्वती ने हुंकार नामक पत्रिका का पटना से प्रकाशन किया । यह किसान आन्दोलन की पत्रिका थी । राहुल सांस्कृत्यायन इस साप्ताहिक पत्रिका के 1942 में संपादक बने ।

नोट : अखिल भारतीय किसान सभा का गठन 11 अप्रैल , 1936 को लखनऊ में हुआ था ।

⦿ 1939 ई . में महात्मा गाँधी द्वारा प्रस्तावित प्रत्याशी पट्टाभि सीतार मैय्या को हराकर सुभाष चन्द्र बोस काँग्रेस के अध्यक्ष चुने गये ।

⦿ 1 मई , 1939 ई . को सुभाष चंद्र बोस ने काँग्रेस के भीतर ही एक नये गुट का गठन किया , जिसे फॉरवर्ड ब्लाक ( Forward Block ) कहा गया । सुभाष चन्द्र बोस ने स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान फ्री इण्डियन लीजन नामक सेना बनायी थी ।

⦿ जलियांवाला बाग हत्याकांड के 21 साल बाद 13 मार्च , 1940 ई . को रायल सेंट्रल एशियन सोसायटी की लंदन के काक्सटन हाल में बैठक थी जहां माइकल ओ डायर भी वक्ताओं में से एक था । यही पर पंजाब के सुनाम नामक स्थान के सरदार ऊधम सिंह ने पंजाब के भूतपूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ डायर की गोली मारकर हत्या कर दी ।
 
⦿ गाँधीजी ने 17 अक्टूबर , 1940 को पावनार में व्यक्तिगत सत्याग्रह आन्दोलन शुरू किया । इस आन्दोलन के प्रथम सत्याग्रही विनोबा भावे , दूसरे सत्याग्रही जवाहरलाल नेहरू एवं तीसरे सत्याग्रही ब्रह्मदत्त थे । इस आन्दोलन को ' दिल्ली चलो ' आन्दोलन भी कहा गया ।

⦿ 24 मार्च , 1940 को मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन में अध्यक्षता करते हुए मुहम्मद अली जिन्ना ने भारत से अलग मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान की माँग की । मुस्लिम लीग के 1940 ई . के दिल्ली अधिवेशन ( अध्यक्ष अल्ला बक्श ) में खलीकुज्जमान ने पाकिस्तान नाम से अलग राष्ट्र का प्रस्ताव रखा ।

⦿ 1942 में वर्धा में काँग्रेस ने ' अंग्रेजों भारत छोड़ो ' प्रस्ताव पारित किया ।

⦿ 7 अगस्त , 1942 को काँग्रेस की बैठक बम्बई के ऐतिहासिक ग्वालिया टैंक में हुई । इसकी अध्यक्षता अबुल कलाम आजाद ने की थी ।

⦿ गाँधी के भारत छोड़ो प्रस्ताव को काँग्रेस कार्यसमिति ने 8 अगस्त , 1942 ई . को स्वीकार कर लिया । भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरुआत 9 अगस्त , 1942 ई . को हुई । इसी आन्दोलन में गाँधीजी ने ' करो या मरो ' का नारा दिया ।

⦿ 9 अगस्त , 1942 ई . को प्रातःकाल ( ऑपरेशन जीरो आवर ) ही गाँधीजी एवं काँग्रेस के अन्य सभी महत्वपूर्ण नेता गिरफ्तार कर लिये गये । गाँधीजी को पूना के आगा खाँ महल में तथा कांग्रेस कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों को अहमदनगर के दुर्ग में रखा गया था । सरोजनी नायडू एवं कस्तुरवा गाँधी को भी आगा खाँ पैलेस में रखा गया था । जवाहर लाल नेहरू को अल्मोड़ा जेल में , राजेन्द्र प्रसाद को बाँकीपुर जेल में और मौलाना अबुल कलाम अजाद को बाकुड़ा जेल में रखा गया , 6 मई , 1944 ई . को गाँधीजी को जेल से छोड़ा गया ।

⦿ उषा मेहता भारत छोड़ो आन्दोलन के समय खुफिया रेडियो चलाने के कारण पूरे देश में विख्यात हुई ।

⦿ भारत छोड़ो आन्दोलन के उपरांत मुस्लिम लीग एवं काँग्रेस के बीच संवैधानिक गतिरोध को दूर करने के लिए सी . राजगोपालाचारी ने 1944 में दी  वे - आऊट नामक पैम्फलेट जारी किया ।

⦿ आज़ाद हिन्द फौज की स्थापना का विचार सर्वप्रथम कैप्टन मोहन सिंह के मन में आया ।

⦿ आज़ाद हिन्द फौज की प्रथम डिविजन का गठन 1 सितम्बर , 1942 को कैप्टन मोहन सिंह के द्वारा किया गया परन्तु वह असफल रहा । आज़ाद हिन्द फौज का सफलतापूर्वक स्थापना का श्रेय रासबिहारी बोस को दिया जाता है ।

⦿ भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में सुभाष चन्द्र बोस अग्रणी क्रांतिकारी थे । भारत की स्वतंत्रता हेतु विदेशी सहायता प्राप्त करने के लिए बोस 1941 में जर्मनी पहुँचे । वहाँ जर्मन विदेश मंत्रालमय की सहायता से उन्होंने ' द फ्री इंडिया सेंटर ' का गठन किया , जहाँ से वे आजादी के पक्ष में पर्चे छपवाते थे तथा भाषण देते थे ।

⦿ 1942 में बोस ने उत्तरी अफ्रीका से पकड़े गए भारतीय युद्ध बंदियों को भर्ती कर 10 हजार सैनिकों का दल गठित किया , जिसे फ्री इंडियन लीजन कहा गया ।

⦿ सुभाष चन्द्र बोस ने 21 अक्टूबर , 1943 को सिंगापुर में स्वतंत्र भारत की अस्थायी सरकार का गठन किया , जिसका जर्मनीजापान ने समर्थन किया ।

⦿ अक्टूबर , 1943 ई . में सुभाष चन्द्र बोस को आजाद हिन्द फौज का सर्वोच्च सेनापति बनाया गया था । आज़ाद हिन्द फौज के तीन ब्रिगेडों के नाम सुभाष ब्रिगेड , गाँधी ब्रिगेड एवं नेहरू ब्रिगेड एवं महिलाओं के ब्रिगेड का नाम ' लक्ष्मीबाई रेजीमेंट ' था । आज़ाद हिन्द फौज का झंडा काँग्रेस के तिरंगे झंडे की भाँति था , जिस पर दहाड़ते हुए शेर का चिह्न था ।

⦿ 8 नवम्बर , 1943 ई . को जापान ने अंडमान और निकोबार द्वीप सुभाष चन्द्र बोस को सौंप दिये । नेताजी ने इनका नाम क्रमशः ' शहीद द्वीप ' और ' स्वराज द्वीप ' रखा ।

⦿ टोकियो जाते हुए फार्मूसा द्वीप के बाद अचानक हवाई जहाज में आग लग जाने से सुभाष चन्द्र बोस 18 अगस्त , 1945 को मारे गये , परन्तु इस दुर्घटना को अभी तक प्रमाणिक नहीं माना गया है ।

नोट : सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी , 1897 ई . को कटक ( ओडिशा ) में हुआ था ।

⦿ आज़ाद हिन्द फौज के गिरफ्तार अधिकारी पी . के . सहगल , कर्नल गुरुदयाल ढिल्लन एवं मेजर शाहनवाज खाँ पर राजद्रोह का आरोप लगाकर दिल्ली के लाल किले पर नवम्बर , 1945 ई . में मुकदमा चलाया गया । वायसराय ने इनकी सजा माफ कर दी ।

⦿ आजाद हिन्द फौज के अभियुक्तों की तरफ से तेजबहादुर सप्रू , जवाहरलाल नेहरू , भोला भाई देसाई ( नेतृत्व ) एवं के . एन . काटजू ने पैरवी की ।

⦿ कराची में 20 फरवरी , 1946 ई . को वायुसेना के कुछ सैनिकों ने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध हड़ताल कर दी । बम्बई , लाहौर , दिल्ली में भी यह शीघ्र ही फैल गयी । इसमें लगभग 5 , 200 सैनिकों ने भाग लिया । इनकी प्रमुख माँग थी कि भारतीय और अंग्रेज सैनिकों में बराबरी का व्यवहार किया जाय ।

⦿ नौसेना विद्रोह 19 फरवरी , 1946 ई . को बम्बई में आई . एन . एस . तलवार नामक जहाज के नौसैनिकों के द्वारा किया गया । 5 , 000 सैनिकों ने आज़ाद हिन्द फौज के बिल्ले लगाये । इन्होंने भी बराबरी की माँग की । 25 फरवरी , 1946 ई . को नौसेना के विद्रोहियों ने सरदार पटेल के दबाव में आकर समर्पण कर दिया ।

⦿ कैबिनेट मिशन - 1946 : प्रधानमंत्री एटली ने 15 फरवरी , 1946 ई . को भारतीय संविधान सभा की स्थापना एवं तत्कालीन ज्वलंत समस्याओं पर भारतीयों से विचार - विमर्श के लिए कैबिनेट मिशन को भारत भेजने की घोषणा की । 24 मार्च , 1946 ई . को कैबिनेट मिशन दिल्ली पहुँचा । इस शिष्टमंडल के सदस्य थे — स्टेफोर्ड क्रिप्स ( अध्यक्ष , बोर्ड ऑफ ट्रेड ) , पैथिक लॉरेंस ( भारत सचिव ) एवं ए . वी . अलेक्जेंडर ( नौसेना मंत्री ) । कैबिनेट मिशन पैथिक लॉरेंस के नेतृत्व में आया था ।

⦿ केबिनेट  मिशन योजना को मुस्लिम लीग ने 6 जून , 1946 ई . को  और काँग्रेस ने 25 जून , 1946 ई . को स्वीकार कर लिया ।

⦿ कैबिनेट मिशन योजना को स्वीकार किये जाने के पश्चात् संविधान सभा के निर्माण के लिए हुए चुनाव ( जलाई , 1946 ई . ) में काँग्रेस ने 214 सामान्य स्थानों में से 205 स्थान प्राप्त किये और मस्लिम लीग ने 78 मुस्लिम स्थानों में से 73 स्थान प्राप्त किये । काँग्रेस को 4 सिक्ख सदस्यों का भी समर्थन प्राप्त था ।

⦿ मुस्लिम लीग ने 16 अगस्त , 1946 ई . को सीधी अथवा प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस ( Direct Action Day ) मनाया । सर्वप्रथम ' प्रत्यक्ष कार्यवाई दिवस ' कलकत्ता में मनाया गया । उस समय बंगाल में मुस्लिम लीग की सरकार थी । बंगाल के मुख्यमंत्री शहीद सुहरावर्दी थे ।

⦿ 3 जून , 1947 ई . को भारत विभाजन की माउंटबेटन योजना प्रकाशित की गई ।

⦿ माउंटबेटन योजना को काँग्रेस कार्य समिति की 3 जून , 1947 ई . की बैठक में स्वीकार कर लिया गया था ।

⦿ 14 जून , 1947 ई . को काँग्रेस महासमिति की बैठक में गोविन्द बल्लभ पंत ने देश के विभाजन की माउंटबेटन योजना को स्वीकार करने का प्रस्ताव पेश किया । इस प्रस्ताव का समर्थन अबुल कलाम आजाद ने किया , जो बँटवारे का विरोध करते आ रहे थे । आजाद ने कहा “ काँग्रेस कार्य समिति का फैसला सही फैसला नहीं है  लेकिन काँग्रेस के सामने कोई और रास्ता नहीं है ।''

⦿ गाँधी , नेहरु और पटेल के समर्थन के बावजूद काँग्रेस कार्य समिति का देश विभाजन का प्रस्ताव अखिल भारतीय काँग्रेस समिति में सर्वसम्मति से पास न हो सका । 161 सदस्यों ने उनके खिलाफ वोट दिया या वे तटस्थ रहे ।

⦿ प्रस्ताव का विरोध करने वालों में सिंध काँग्रेस के नेता चौथराम मिडवानी , पंजाब काँग्रेस के अध्यक्ष डॉ . किचलू , पुरुषोत्तम दास टंडन , मौलाना हफीजुर्रहमान आदि थे ।

⦿ मुस्लिम लीग की कौंसिल की बैठक माउंटबेटन योजना पर विचार करने के लिए 10 जून , 1947 को नई दिल्ली में बुलाई गई । लीग ने भारी बहुमत से इस योजना को स्वीकार किया । लीग की बैठक में उपस्थित 400 सदस्यों में से सिर्फ 10 सदस्यों ने इसका विरोध किया ।

⦿ 4 जुलाई , 1947 को ब्रिटिश संसद में भारतीय स्वाधीनता विधेयक पेश किया गया । 15 जुलाई को बिना किसी संशोधन के हाउस ऑफ कॉमंस द्वारा और 16 जुलाई को हाउस ऑफ लॉर्ड्स द्वारा पास कर दिया गया । 18 जुलाई , 1947 ई . को उस पर ब्रिटिश सम्राट् के हस्ताक्षर हो गए । इसके अनुसार देश को 15 अगस्त , 1947 ई . को दो डोमिनियनों — भारत और पाकिस्तान में बाँट दिया जाएगा । दोनों डोमिनियनों को पूरी स्वतंत्रता तथा प्रभुसत्ता सौंप दी जाएगी । 14 अगस्त को पाकिस्तान अधिराज्य और 15 अगस्त को भारतीय अधिराज्य की स्थापना होगी ।

नोट : भारत की आजादी के समय इंग्लैंड का सम्राट् जार्ज षष्टम ( VI ) था । यह भारत का अंतिम सम्राट एवं कॉमन वेल्थ नेशन का प्रथम प्रधान ( Head ) था ।

⦿ जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में अन्तरिम सरकार का गठन 2 सितम्बर , 1946 ई . को हुआ । 26 अक्टूबर , 1946 ई . को मुस्लिम लीग ( पाँच सदस्य ) अंतरिम सरकार में सम्मिलित हुई ।

⦿ 27 मार्च , 1947 ई . को मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान दिवस के रूप में मनाया ।

⦿ स्वतंत्रता - प्राप्ति के समय काँग्रेस के अध्यक्ष जे . बी . कृपलानी एवं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लीमेन्ट एटली ( लेबर पार्टी ) थे ।

⦿ भगत सिंह के विरुद्ध मुखबिरी करने के कारण फणीन्द्र घोष की हत्या बैकुण्ठ शुक्ल ने की थी ।

⦿ महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित हरिजन सेवक संघ के संस्थापक अध्यक्ष घनश्याम दास बिड़ला थे ।

⦿ गाँधीजी ने काँग्रेस की सदस्यता से दो बार त्यागपत्र दिया - 1925 ई . में और 1930 ई . में ।

⦿ ' बाँटो और छोड़ो ' का नारा लीग ने दिसम्बर , 1943 ई . के कराची अधिवेशन में दिया ।

⦿ काँग्रेस का प्रथम ब्रिटिश अध्यक्ष जॉर्ज यूल थे ।

⦿ मैं देश के बालू से ही काँग्रेस से भी बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दूँगा - महात्मा गाँधी ने कहा ।

⦿ डंडा फौज का गठन पंजाब में चमनदीव ने किया ।

⦿ दीनबंधू मित्र का नाटक ' नील दर्पण ' में नील की खेती करनेवाले पर हुए अत्याचार का उल्लेख है ।

⦿ राष्ट्रवादी अहरार आंदोलन ' मजहर - उल - हक ' ने प्रारंभ किया ।

⦿ आत्मसम्मान आंदोलन की शुरुआत ' रामस्वामी नायकर ' ने की ।

⦿ निरंकारी आंदोलन की शरुआत ' दयाल दास ' ने की ।

⦿ ब्रह्मसमाज का प्रतिज्ञा - पत्र ' देवेन्द्रनाथ ठाकुर ' ने तैयार किया ।

⦿ देवसमाज के संस्थापक ' शिव नारायण अग्निहोत्री ' थे ।

⦿ तरुण स्त्री - सभा की स्थापना कलकत्ता में की गयी ।

⦿ ' भारत , भारतीयों के लिए ' — यह नारा आर्यसमाज ने दिया ।

⦿ स्वामी विवेकानन्द ने 1893 ई . में शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन को संबोधित किया ।

⦿ दिल्ली षड्यंत्र केस में दीनानाथ के द्वारा मुखबिरी की गयी थी ।

⦿ अलीपुर केस में सरकारी गवाह नरेन्द्र गोसाई बन गया था ।

⦿ सबसे कम उम्र में फाँसी की सजा पानेवाले क्रान्तिकारी खुदीराम बोस थे । इनको फांसी की सजा 11 अगस्त 1908 ई . को 18 वर्ष की आयु में दे दी गयी । 

⦿ ' इन्कलाब जिन्दाबाद ' का नारा भगत सिंह ने दिया । शहीद - ए आजम के नाम से भगत सिंह को जाना जाता है । भगत सिंह को फाँसी की सजा सुनानेवाला न्यायाधीश जी . सी . हिल्टन था ।

⦿ सबके लिए एक जाति , एक धर्म , एक ईश्वर का नारा श्री नारायण गुरु ने दिया ।

⦿ सवर्ण हिन्दुओं की फासीवादी काँग्रेस कहकर काँग्रेस का चरित्र निरूपण मोहम्मद अली जिन्ना ने किया 

⦿ ' मैं एक क्रांतिकारी के रूप में कार्य करता हूँ । ' यह कथन है जवाहरलाल नेहरू का ।

⦿ महात्मा गाँधी को रवीन्द्र नाथ टैगोर ने सर्वप्रथम ' महात्मा ' कहा ।

⦿ महात्मा गाँधी को सर्वप्रथम ' राष्ट्रपिता ' कहकर संबोधित सुभाष चन्द्र बोस ने किया ।

⦿ बल्लभ भाई पटेल को ' सरदार की उपाधि ' वारदोली सत्याग्रह की सफलता के बाद वहाँ की महिलाओं की ओर से गाँधीजी ने प्रदान की ।

⦿ सुभाष चन्द्र बोस को सर्वप्रथम ' नेताजी ' एडोल्फ हिटलर ने कहा था ।

⦿ गोखले के आध्यात्मिक एवं राजनीतिक गुरु एम . जी . रानाडे थे ।

⦿ महात्मा गाँधी के राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले थे ।

⦿ सुभाष चन्द्र बोस के राजनीतिक गुरु देशबन्धु चित्तरंजन दास थे ।

⦿ भारत का बिस्मार्क सरदार बल्लभ भाई पटेल को कहा जाता है ।

⦿ शुद्धि आंदोलन के प्रवर्तक स्वामी दयानन्द सरस्वती थे ।

⦿ 19वीं शताब्दी के भारतीय पुनर्जागरण का पिता राजा राममोहन राय को कहा जाता है ।

⦿ अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना महात्मा गाँधी ने की थी ।

⦿ फ्रैंक मोरिस ने महात्मा गाँधी को अर्धनग्न फकीर कहा था ।

⦿ राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद से संबंधित है ।

⦿ यंग बंगाल आंदोलन का प्रवर्तक विवियन डेरीजियो था ।

⦿ काँग्रेस ने मौलाना अबुल कलाम आजाद की अध्यक्षता में भारत छोड़ो प्रस्ताव को पारित किया ।

⦿ भारत के पितामह ( ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया ) दादाभाई नौरोजी को कहा जाता है ।

⦿ गोपाल हरिदेशमुख को लोकहितवादी के नाम से भी जाना जाता है ।

⦿ बिना ताज का बादशाह सुरेन्द्रनाथ बनर्जी को कहा जाता है ।

⦿ ए . ओ . ह्यूम को ' हरमिट ऑफ शिमला ' कहा जाता है ।

⦿ ए . ओ . ह्यूम 1885 - 1907 ई . तक काँग्रेस के महामंत्री रहे ।

⦿ काँग्रेस के प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष बदरुद्दीन तैयबजी थे ।

⦿ रौलेट एक्ट को बिना अपील , बिना वकील तथा बिना दलील का कानून कहा गया ।

⦿ मुहम्मद अली एवं शौकत अली ने 1919 ई . में खिलाफत आंदोलन की शुरुआत की ।

⦿ तीनों गोलमेज सम्मेलनों में भाग लेने वाले भारतीय नेता थे डॉ . भीमराव अम्बेदकर

⦿ 22 दिसम्बर , 1939 को काँग्रेस मंत्रीमंडल ने सामूहिक रूप से त्यागपत्र दिया । इस दिन को मुस्लिम लीग ने ' मुक्ति दिवस ' के रूप में मनाया ।

⦿ पाकिस्तान शब्द का जन्मदाता चौधरी रहमत अली थे ।

⦿ गाँधीजी ने क्रिप्स प्रस्ताव पर कहा — यह एक आगे की तारीख का चेक है , जिसका बैंक नष्ट होने वाला है । ( " It is a post dated cheque on a failing bank " )

⦿ इण्डिपेण्डेंस फॉर इंडिया लीग की स्थापना जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चन्द्र बोस ने की थी ।

⦿ इण्डिया इण्डिपेण्डेंस लीग की स्थापना रासबिहारी बोस ने की थी ।

⦿ राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान कुख्यात सेलुलर जेल अण्डमान में स्थित है ।

⦿ आर्य महिला सभा की स्थापना पंडिता रमाबाई ने की ।

यह भी देखें
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