फ्रांस की राज्यक्रांति

नमस्कार दोस्तों Sarkaripen.com में आप लोगो का स्वागत है क्या आप फ्रांस की राज्यक्रांति की जानकारी पाना चाहते है , आज के समय किसी भी नौकरी की प्रतियोगिता की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण विषय है तथा France ki rajyakranti in hindi की जानकारी होना बहुत आवश्यक है , इसलिए आज हम France ki rajyakranti विषय के बारे में बात करेंगे । निचे French Revolution की जानकारी निम्नवत है ।

France ki rajyakranti,French Revolution,फ्रांस की राज्यक्रांति
France ki rajyakranti

⦿ फ्रांस की राज्यक्रांति 1789 ई . में लुई सोलहवाँ के शासनकाल में हुई । इस समय फ्रांस में सामन्ती व्यवस्था थी ।

⦿ 14 जलाई , 1789 को क्रांतिकारियों ने बास्तील के कारागृह के फाटक को तोड़कर बंदियों को मुक्त कर दिया । तब से 14 जुलाई को फ्रांस में ' राष्ट्रीय दिवस ' स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है ।

⦿ समानता , स्वतंत्रता और बन्धुत्व का नारा फ्रांस की राज्यक्रांति की देन है ।

⦿ " मैं ही राज्य हूँ और मेरे शब्द ही कानून हैं । " यह कथन है - लुई चौदहवाँ का ।

⦿ राजा की निरंकुशता एवं स्वेच्छाचारिता पर अंकुश लगाने के लिए फ्रांस में पार्लमा नामक संस्था थी जिसकी संख्या 17 थी और जिसका गठन न्यायालय के रूप में किया गया था । न्यायाधीशों का पद कुलीन वर्ग के लिए सुरक्षित होता था और ये पद वंश क्रमानुगत होते थे ।

⦿ वर्साय के शीशमहल का निर्माण लुई चौदहवाँ ने करवाया था ।

⦿ वर्साय को फ्रांस की राजधानी लुई चौदहवाँ ने बनाया था ।

⦿ लुई सोलहवाँ 1774 ई . में फ्रांस की गद्दी पर बैठा ।

⦿ लुई सोलहवाँ की पत्नी मेरी एंत्वानेत आस्ट्रिया की राजकुमारी थी ।

⦿ राष्ट्र की समाधि वर्साय का भड़कीला राजदरबार था ।

⦿ लुई सोलहवाँ को देशद्रोह के अपराध में फाँसी दी गई ।

⦿ टैले ( Taille ) एक प्रकार का भूमि - कर था और टीथे ( Tithe ) एक प्रकार का धार्मिक कर था , जिसे चर्च को देना पड़ता था ।

⦿ फ्रांसीसी क्रांति में वाल्टेयर , माँटेस्क्यू एवं रूसो ने सर्वाधिक योगदान किया ।

⦿ वाल्टेयर चर्च का विरोधी था ।

⦿ रूसो फ्रांस में प्रजातंत्रात्मक शासन पद्धति का समर्थक था ।

⦿ “ सौ चूहों की अपेक्षा एक सिंह का शासन उत्तम है '' यह उक्ति वाल्टेयर की है ।

⦿ सोशल कांट्रैक्ट रूसो की एवं लेटर्स ऑन इंगलिश वाल्टेयर की रचना है ।

⦿ ' कानून की आत्मा ' ( The sprit of laws ) की रचना माँटेस्क्यू  ने की थी जिसमें सरकार के तीन अंगों कार्यपालिका , विधायिका और न्यायपालिका को अगल - अलग रखने के विषय में बताकर शक्ति पृथक्करण सिद्धान्त का पोषण किया ।

⦿ फ्रांस की क्रांति का सबसे महत्वपूर्ण नारा ' समानता ' था जिसे मध्यम वर्ग ने आगाज किया था । स्वतंत्रता एवं बन्धुत्व भी क्रांति का नारा था ।

⦿ 18वीं शताब्दी में फ्रांसीसी समाज तीन एस्टेट्स ( Estates ) अर्थात् श्रेणी में बँटा हुआ था : प्रथम एस्टेट् — पादरी ( Clergy ) , द्वितीय एस्टेट् - अभिजात वर्ग ( Nobility ) था जबकि तृतीय एस्टेट् इसमें देश की 90 % जनता थी , उन्हें सभी प्रकार के कर देने पड़ते थे । इस वर्ग में व्यापारी , डॉक्टर , वकील , जज , अध्यापक , शिक्षक , लेखक , शिल्पी , किसान एवं मजदूर सभी शामिल थे ।

नोट : फ्रांस की राज्यक्रांति के समय फ्रांस की मुद्रा लिब्रे थी ।

⦿ स्टेट्स जनरल के अधिवेशन की शुरुआत 5 मई , 1789 ई . में हुई थी ।

⦿ माप - तौल की दशमलव प्रणाली फ्रांस की देन है ।

⦿ सांस्कृतिक राष्ट्रीयता का जनक हर्डर को कहा जाता है ।

⦿ नेपोलियन का जन्म 15 अगस्त , 1769 ई . को कोर्सिका द्वीप की राजधानी अजासियो में हुआ था ।

⦿ नेपोलियन के पिता का नाम कार्लो बोनापार्ट था ।

⦿ नेपोलियन ने ब्रिटेन के सैनिक अकादमी में शिक्षा प्राप्त का ।

⦿ 1796 ई . में नेपोलियन ने इटली में आस्ट्रिया के प्रमुख को समाप्त किया ।

⦿ फ्रांस में डायरेक्टरी के शासन का अन्त 1799 ई . में हुआ ।

⦿ नेपोलियन 1799 ई . में प्रथम कॉन्सल बना और 1802 ई . मे जीवनभर के लिए कॉन्सल बना ।

⦿ 1804 ई . में नेपोलियन फ्रांस का सम्राट् बना ।

⦿ आधुनिक फ्रांस का निर्माता नेपोलियन को माना जाता है ।

⦿ नेपोलियन ने ही सर्वप्रथम इंग्लैंड को ‘ बनियों का देश ' कहा था ।

⦿ नेपोलियन ने पत्नी जोजेफाइन को तलाक देकर आस्ट्रिया की राजकुमारी मोरिया लुइसा से शादी की ।

⦿ ट्राल्फगर का युद्ध 21 अक्टूबर , 1805 ई . में इंग्लैंड एवं नेपोलियन के बीच हुआ ।

⦿ नेपोलियन ने बैंक ऑफ फ्रांस की स्थापना 1800 ई . में की ।

⦿ नेपोलियन ने कानूनों का संग्रह तैयार करवाया , जिसे नेपोलियन का कोड कहा जाता है ।

⦿ नेपोलियन को नील नदी के युद्ध में अंग्रेजी जहाजी बेड़े के नायक नेल्सन के हाथों बुरी तरह पराजित होना पड़ा ।

⦿ यूरोप के राष्ट्रों ने मिलकर 1813 ई . में नेपोलियन को लिपजिग नामक स्थान पर हरा दिया और उसे बन्दी बनाकर एल्बा के टापू पर भेज दिया गया , परन्तु वह एल्बा से भाग निकला और पुनः फ्रांस का सम्राट् बना ।

⦿ अन्ततः मित्रराष्ट्रों की सेना ने नेपोलियन को 18 जून , 1815 ई . को वाटरलू के युद्ध में पराजित कर बन्दी बना लिया और उसे सेंट हेलेना द्वीप पर भेज दिया । वहाँ 1821 ई . में उसकी मृत्यु हो गयी । नेपोलियन लिट्ल कारपोरल के नाम से जाना जाता है ।

⦿ नेपोलियन के पतन का कारण उसका रूस पर आक्रमण करना था ।

⦿ इंग्लैंड के वाणिज्य एवं व्यापार का बहिष्कार करने के लिए नेपोलियन ने महाद्वीपीय व्यवस्था का सूत्रपात किया था ।

⦿ विएना काँग्रेस समझौता के तहत यूरोप के राष्ट्रों ने 1815 ई . में फ्रांस के प्रभुत्व को समाप्त किया ।

यह भी देखें
LATEST JOB श्रोत- अमर उजाला अखबार
New Vacancy श्रोत- अमर उजाला अखबार ( आज की नौकरी ) CLICK HERE

पुस्तके ( BOOKS )
भारत का प्राचीन इतिहास CLICK HERE
भारत का मध्यकालीन इतिहास CLICK HERE
भारत का आधुनिक इतिहास CLICK HERE
विश्व इतिहास CLICK HERE
सामान्य ज्ञान CLICK HERE
भारतीय संविधान CLICK HERE
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी CLICK HERE
भारतीय अर्थव्यवस्था CLICK HERE
कंप्यूटर CLICK HERE
खेल कूद CLICK HERE
भूगोल CLICK HERE
भारत का भूगोल CLICK HERE
भौतिक विज्ञान CLICK HERE

⦿ दोस्तों अगर आप लोगो को यह जानकारी अच्छी ,महत्वपूर्ण लगी तो कृपया अपने दोस्तों के साथ जरूर share करे ।