कृषि
नमस्कार दोस्तों Sarkaripen.com में आप लोगो का स्वागत है क्या आप कृषि की जानकारी पाना चाहते है , आज के समय किसी भी नौकरी की प्रतियोगिता की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण विषय है तथा Bharat me krishi in hindi की जानकारी होना बहुत आवश्यक है , इसलिए आज हम India me krishi के बारे में बात करेंगे । निचे Agriculture की जानकारी निम्नवत है ।
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krishi |
⦿ कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मेरुदण्ड है तथा जनसंख्या का 48.9 % भाग आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है । निजी क्षेत्र का यह सबसे बड़ा व्यवसाय है ।
⦿ जनवरी , 2004 में राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन हुआ , जिसके प्रथम अध्यक्ष सोमपाल थे ।
⦿ भारत में कृषि वर्ष 1 जुलाई से 30 जून माना जाता है ।
⦿ भारत में कृषि क्षेत्र के GDP का 0.3 % भाग कृषि शोध पर व्यय किया जाता है , जबकि अमेरिका में यह 4 % है । राष्ट्रीय किसान आयोग ने इसे 5 % करने का सुझाव दिया है ।
⦿ 2011-12 के स्थिर कीमत पर सकल मूल्यवर्द्धन में वर्ष 2017-18 में कृषि एवं सहायक क्रियाएँ क्षेत्रक का हिस्सा 17.1 % रह गया है ।
⦿ राष्ट्रीय आय लेखांकन की संशोधित विधि के अनुसार स्थिर कीमतों ( 2011-12 ) पर सकल मूल्यवर्द्धन ( Gross value added ) में विकास दर 2016-17 में 6.3 % आकलित की गई है , वर्ष 2017-18 के लिए यह वृद्धि दर 3.4 % आकलित की गई है ।
⦿ कुल सकल पूँजी निर्माण के अनुपात के रूप में सकल कृषि पूँजी निर्माण 2011-12 मूल्य कीमतों पर 2011-12 में 8.6 % से गिरकर 2013-14 में 7.4 % रह गयी । सीएसओ द्वारा जारी संशोधित अनुमानों के अनुसार कृषि से जीवीए ( जीडीपी ) में कृषि और सम्बद्ध में जीसीएफ का प्रतिशत शेयर में 2012-13 में 16.6 % से 2015-16 में 16.3 % तक गिरावट की प्रवृति देखी गई ।
⦿ देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 48.9 % भाग कृषि एवं इससे संबंधित उद्योग धंधों से अपनी आजीविका कमाता है ।
⦿ देश का लगभग 55 % कृषि क्षेत्र वर्षा पर निर्भर है ।
कृषि आदान व उत्पादन
⦿ भारतीय कृषि अब भी मानसून पर ही निर्भर करती है । वर्ष 2012-13 पूरे भारत के कुल फसल उत्पादन क्षेत्र में निवल सिंचित क्षेत्र 33.9 % था । सबसे अधिक सिंचित क्षेत्र के दृष्टि से चार राज्यों का अवरोही क्रम ( घटते क्रम में ) है - 1 . उत्तर प्रदेश 2 . पंजाब 3 . तमिलनाडु 4 . हरियाणा ।
⦿ सबसे कम सिंचित क्षेत्रफल वाला राज्य असम है ।
⦿ कुल क्षेत्रफल के प्रतिशत की दृष्टि से सर्वाधिक सिंचित राज्य पंजाब ( 97.8 % ) है और सर्वाधिक असिंचित राज्य मिजोरम ( 92.7 % ) है ।
⦿ नलकूप , कुआँ तथा नहर द्वारा सिंचित क्षेत्रों का क्षेत्रफल के आधार पर निम्न क्रम है — नलकूप → नहर → कुआँ ।
⦿ नलकूप द्वारा सर्वाधिक क्षेत्रफल की सिंचाई उत्तर प्रदेश में होती है ।
⦿ देश के अधिकतर भागों में भारतीय मृदा में बोरोन , जिंक , ताँबा , लोहा आदि जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी दिखाई देती है । ICAR द्वारा किये गये शस्य विज्ञान संबंधी परीक्षणों के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्वों की अनुपूर्ति करने वाले उर्वरक 0.3 से 0.6 टन प्रति हेक्टेयर तक अनाज में अतिरिक्त उपज बढ़ा सकती है ।
⦿ कृषि वर्ष 2018-19 के दौरान देश में प्रमुख कृषिगत उपजों के दूसरे अग्रिम अनुमान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 28 फरवरी , 2019 को जारी किए गए । इन आकड़ों के अनुसार पूर्व वर्ष 2017-18 की तुलना में 2018-19 में खाद्यान्न उत्पादन में कुछ गिरावट संभावित है । चावल का उत्पादन इस वर्ष रिकॉर्ड स्तर पर रहने का अनुमान है , जबकि गेहूँ , मोटे अनाजों , दालों , मूंगफली , गन्ना व कपास के उत्पादन में गिरावट का अनुमान इन आँकड़ों में लगाया गया है ।
⦿ कृषिगत उत्पादन को प्रोत्साहन देने हेतु सरकार द्वारा 24 महत्वपूर्ण कषि उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य ( Minimum Support Price - MSP ) की घोषणा की जाती है । न्यूनतम समर्थन मूल्य की संस्तुति कृषि लागत एवं मूल्य आयोग ( Commission for Agricultural Costs and prices - CACP ) द्वारा की जाती है ।
नोट : सर्वप्रथम कृषि कीमत आयोग की स्थापना 1965 में की गई थी जिसे 1985 में कृषि लागत व कीमत आयोग का नाम दिया गया । |
⦿ न्यूनतम समर्थन मूल्य में वर्ष 2018-19 में सर्वाधिक वृद्धि रागी के मामले में हुई जिसे रु. 1900 प्रति क्विंटल से बढ़ाकर रु. 2897 प्रति क्विंटल ( 52.5 % ) किया गया है ।
⦿ वर्ष 2018-19 के लिए गन्ने की उत्पादन लागत रु. 155 प्रति क्विंटल आकलित की गई है जबकि पिराई सत्र 2018-19 के लिए गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य रु. 275 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है यानी वर्ष 2017-18 के रु. 255 प्रतिक्विंटल से रु. 20 अधिक ।
⦿ भारतीय मृदा का 67 % हिस्सा कम जैविक कार्बन से युक्त है। इसीलिए जैविक उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ाने की जरूरत है ।
⦿ भारत में कृषि उत्पादन को दो भागों में बाँटा जा सकता है खाद्यान्न और अखाद्यान्न । इसमें अखाद्यान्नों का हिस्सा लगभग दो तिहाई और खाद्यान्नों का हिस्सा लगभग एक - तिहाई है ।
⦿ भारत की मुख्य खाद्य फसल चावल है ।
⦿ भारत विश्व में ब्राजील के बाद चीनी उत्पादन करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है ।
⦿ विश्व के कुल कॉफी उत्पादन के 4 % भाग का उत्पादन भारत ( विश्व में छठा स्थान , ब्राजील प्रथम ) में होता है । भारत में कॉफी के कुल उत्पादन का 56.5 % केवल कर्नाटक राज्य में होता है ।
⦿ भारत में गेहूँ का सर्वाधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है । दूसरे तथा तीसरे स्थान पर क्रमशः मध्य प्रदेश व पंजाब है ।
⦿ चावल का सर्वाधिक उत्पादन करने वाला राज्य प . बंगाल है । दूसरे तथा तीसरे स्थान पर क्रमशः उत्तर प्रदेश तथा पंजाब है ।
⦿ राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना अक्टूबर , 1999 से लागू किया गया है ।
⦿ भूमि सुधार के अन्तर्गत मुख्यतः तीन प्रकार के कदम उठाये गये हैं - 1 . मध्यस्थों का उन्मूलन 2 . काश्तकारी सुधार 3 . कृषि का पुनर्गठन ।
⦿ पहली पंचवर्षीय योजना की समाप्ति तक देश में मध्यस्थों का उन्मूलन ( छोटे - छोटे क्षेत्रों को छोड़कर ) किया जा चुका था ।
⦿ काश्तकारी सुधार के अन्तर्गत मुख्यतः तीन प्रकार के उपाय किये गये - 1 . लगान का नियमन 2 . काश्त अधिकार की सुरक्षा 3 . काश्तकारों को भूमि का मालिकाना अधिकार ।
⦿ कृषि के पुनर्गठन के अन्तर्गत मुख्यतः दो प्रकार के उपाय- 1 . जोतों की सीमा बन्दी 2 . जोतों की चकबन्दी किये गये हैं ।
⦿ जोतों की सीमाबन्दी जोत का वह महत्तम क्षेत्रफल है , जो राज्यों के कानून द्वारा निर्धारित किया जाता है तथा जिससे अधिक जोत का होना अवैध माना जाता है ।
⦿ जोतों की चकबन्दी विभाजित व खण्डित जोतों को इकट्ठा करना है ।
⦿ भारत में सर्वाधिक जोतों की संख्या सीमान्त प्रकार का है ।
⦿ 1 हेक्टेयर से कम क्षेत्रफल वाली जोत सीमान्त जोत , 1 से 4 हेक्टेयर वाली जोत लघु जोत तथा 4 हेक्टेयर से बड़ी क्षेत्रफल वाली जोत वृहत् जोत कही जाती है ।
⦿ भारत में सबसे पहले 1920 ई . में बड़ौदा में चकबन्दी लागू की गई ।
⦿ हरित क्रान्ति का प्रारंभ तीसरी पंचवर्षीय योजना से माना जाता है ।
⦿ इसका सर्वाधिक सकारात्मक प्रभाव गेहूँ पर पड़ा है , जिसकी पैदावार में 500 % की वृद्धि हुई ।
⦿ कृषि वित्त के गैर-संस्थागत स्रोतों में महाजन तथा साहूकार , संबंधी या रिश्तेदार , व्यापारी , जमींदार और आढ़तिये प्रमुख हैं ।
⦿ कृषि वित्त के संस्थागत स्रोतों में सहकारी समितियाँ और सहकारी बैंक , व्यापारिक बैंक , क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक , सरकार आदि प्रमुख हैं ।
⦿ सहकारी साख संगठन का प्रारंभ सर्वप्रथम 1904 ई . में हुआ था ।
⦿ प्राथमिक सहकारी समिति अल्पकालीन ऋण उपलब्ध कराती है ।
⦿ राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक दीर्घकालीन ऋण उपलब्ध कराती है ।
कृषि उत्पाद बोर्ड
निकाय | मुयख्यलय | अधिनियम |
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कॉफी बोर्ड | बंगलुरु ,कर्नाटक | कॉफी अधि . 1942 की धारा 4 ( k ) |
रबर बोर्ड | कोट्टायम | रबर अधि . ( केरल ) 1947 द्वारा |
चाय बोर्ड | कोलकाता | चाय अधि . 1953 |
तम्बाकू बोर्ड | गुंटूर | तम्बाकू अधि . ( आ . प्र . ) 1975 ) |
मसाला बोर्ड | कोच्चि ( केरल ) | मसाला अधि . , 1986 |
राष्ट्रीय मांस और पॉल्ट्री प्रसंस्करण बोर्ड | दिल्ली | 26 दिसम्बर , 2008 |
भारतीय अंगूर प्रसंस्करण बोर्ड | पुणे | 2 जनवरी , 2009 |
राष्ट्रीय जूट बोर्ड | कोलकाता | ---- |
राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड | हैदराबाद | 2006 |
सम्बद्ध क्षेत्र : पशुपालन , डेरी और मत्स्य उद्योग
⦿ भारतीय कृषि प्रणाली रोजगार , भारवाही पशुओं और खाद प्रदान करते हुए खेती की मिश्रित फसल पशुधन खेती प्रणाली है ।
⦿ 2014-15 में भारत में 146.3 मिलियन टन दुग्ध का उत्पादन हआ जो वर्ष 2013-14 के 137.69 मिलियन टन से 6.26 % अधिक है ।
⦿ 2014-15 में विश्व में दुग्ध उत्पादन में भारत प्रथम स्थान पर है यहाँ विश्व के दुग्ध उत्पादन 18.5 % उत्पादित किया गया ।
⦿ वर्ष 2014-15 में भारत में प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता 322 ग्राम प्रतिदिन हो गई , यह 2013 के दौरान 294 ग्राम प्रतिदिन के विश्व औसत से अधिक है ।
⦿ वर्ष 2014-15 में अंडों का उत्पादन लगभग 78.48 बिलियन तथा मुर्गे के मांस का उत्पादन अनुमानतः 3.04 मीट्रिक टन था ।
⦿ मत्स्य उद्योग का हिस्सा देश के GDP का लगभग 1 % तथा कृषि के GDP का 5.08 % है ।
⦿ 2014-15 में कुल मछली उत्पादन 10.16 मीट्रिक टन था जो 2013-14 के उत्पादन से 6.18 % अधिक है ।
⦿ 2015-16 की पहली दो तिमाहियों में 4.79 मीट्रिक टन ( अनंतिम ) मछली उत्पादन का अनुमान है ।
⦿ 2015 के FAO की रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुपोषित लोगों की संख्या 194.6 मिलियन है ।
नोट : FAO के अनुसार 2014 में विश्व में 789 मिलियन टन दुग्ध का उत्पादन हुआ जो वर्ष 2013 के 765 मिलियन टन से 3.1 % अधिक है । |
भारत का कृषि व्यापार
⦿ विश्व व्यापार संगठन ( WTO ) की व्यापार सांख्यिकी के अनुसार वर्ष 2014 में विश्व व्यापार में भारत का कृषि निर्यात और आयात का हिस्सा क्रमशः 2.46 % और 1.46 % था ।
⦿ कृषि सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में कृषि निर्यात वर्ष 2014-15 में 12.08 % हो गया । इसी अवधि के दौरान कृषि सकल घरलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में कृषि आयात 5.82 % हो गया ।
यह भी देखें
LATEST JOB श्रोत- अमर उजाला अखबार | |
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New Vacancy श्रोत- अमर उजाला अखबार ( आज की नौकरी ) | CLICK HERE |
पुस्तके ( BOOKS ) | |
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भारत का आधुनिक इतिहास | CLICK HERE |
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