भारत की जनगणना-2011
नमस्कार दोस्तों Sarkaripen.com में आप लोगो का स्वागत है क्या आप भारत की जनगणना-2011 की जानकारी पाना चाहते है , आज के समय किसी भी नौकरी की प्रतियोगिता की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण विषय है तथा Bharat ki janganana in hindi की जानकारी होना बहुत आवश्यक है इसलिए आज हम Bharat ki janganana विषय के बारे में बात करेंगे । निचे Census of India-2011 की जानकारी निम्नवत है ।
⦿ भारत की जनगणना-2011 भारतीय संविधान की धारा-246 के अनुसार देश की जनगणना कराने का दायित्व संघ सरकार को सौंपा गया है। यह संविधान की सातवीं अनुसूची की क्रम संख्या-69 पर अंकित है।
⦿ जनगणना संगठन केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत है, जिसका उच्चतम अधिकारी भारत का महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त (Registar General and Census Commissioner of India) होता है। यह देश भर में जनगणना संबंधी कार्यों को निर्देशित करता है तथा जनगणना के आँकड़ों को जारी करता है।
⦿ वर्तमान में भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त डॉ. विवेक जोशी हैं। इनसे पूर्व इस पद पर श्री शैलेश (2016 से 2019 ई. तक) थे।
अब तक महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त की सूचि
महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त | कार्यकाल |
---|---|
Mr. W. W. Plauden | 1881 |
Mr. J. A. Bains | 1891 |
Mr. H. H. Risley & E. A. Gait | 1901 |
Mr. E. A. Gait | 1911 |
Mr. J. T. Marten | 1921 |
Mr. J. H. Hutton | 1931 |
Mr. M. W. M. Yeatts | 1941 |
Mr. M. W. M. Yeatts | 1949 |
Mr. R. A. Gopalaswami | 1949-1953 |
Mr. Asok Mitra | 1958-1968 |
Mr. A. Chandra Sekhar | 1968 -1973 |
Mr. R. B. Chari | 1973-1977 |
Mr. P. Padmanabha | 1977-1983 |
Mr Vijay S Verma | 1983-1989 |
Mr. A. R. Nanda | 1989-1994 |
Dr. M. Vijayanunni | 1994-1999 |
Mr. J. K. Banthia | 1999-2004 |
Mr. D.K. Sikri | 2004-2009 |
Dr. C. Chandramouli | 2009 - 2016 |
Mr. Shri Sailesh | 2016-2019 |
Dr. Vivek Joshi | 2019- |
⦿ 2011 ई. की जनगणना यानी 15वीं जनगणना (स्वतंत्र भारत की 7वीं जनगणना) की शुरुआत महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त के द्वारा 1 अप्रैल 2010 ई. से हुई है।
⦿ सितम्बर, 2010 ई. को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने जाति आधारित जनगणना (1931 ई. के बाद पहली बार) की स्वीकृति प्रदान कर दी, जो अलग से जून, 2011 से सितम्बर, 2011 ई. के बीच सम्पन्न हुई।
⦿ जनगणना 2011 ई. का शुभंकर प्रगणक शिक्षिका थी तथा इसका आदर्श वाक्य था—हमारी जनगणना हमारा भविष्य ।
⦿ भारत में जनगणना की शुरुआत 1872 में लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में हुई। भारत में नियमित जनगणना की शुरुआत 1881 ई. में लॉर्ड रिपन के कार्यकाल में हुई थी। 1881 ई. में जनगणना आयुक्त W.W प्लोडन थे, वहीं स्वतंत्र भारत के पहली जनगणना-1951 ई. के समय जनगणना आयुक्त R.A. गोपालास्वामी (1949-53 ई.) थे। आधुनिक विश्व में सर्वप्रथम व्यवस्थित रूप से जनगणना कराने का श्रेय स्वीडेन को है। जहाँ 1749 ई. में पहली बार जनगणना कराई गयी थी। दशकीय जनगणना की शुरुआत 1790 ई. से अमेरिका में हुई। 1801 ई. में इंग्लैंड में जनगणना प्रारंभ हुई।
⦿ जनगणना 2011 ई. के तहत देश में पहली बार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR-National Population Resister) तैयार किया जा रहा है, जिसमें देश के सभी नागरिकों के कुल 15 विवरण दर्ज कराने के अतिरिक्त 15 वर्ष एवं इससे ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के बायोमीट्रिक्स आँकड़े एकत्र किये जा रहे हैं।
नोट: राष्ट्रीय जनसंख्या नीति-2000 ई. के अनुसार वर्ष 2045 ई. तक जनसंख्या स्थिरता प्राप्त करने का लक्ष्य है। |
⦿ 2001 ई. की जनगणना में भारत का प्रशासनिक विभाजन 593 जिलों में किया गया था जबकि 2011 ई. की जनगणना में यह विभाजन 640 जिलों में किया गया है। स्पष्ट है कि एक दशक की अवधि (2001-2011 ई.) में कुल 47 नये जिले बने ।
⦿ महान विभाजक वर्ष : भारत के जनांकिकीय इतिहास में 1921 ई. को महान विभाजक की संज्ञा दी जाती है। 1911 से 1921 ई. के दौरान भारत में जनसंख्या की दशकीय वृद्धि ऋणात्मक (-0.31% ) हो गई थी फलस्वरूप इस दशक में भारत की जनसंख्या में 77 लाख की कमी आई। इसीलिए 1921 ई. को विभाजक वर्ष की संज्ञा दी गई है।
⦿ भारत की जनसंख्या में सर्वाधिक औसत वार्षिक घातीय वृद्धि दर 1961-71 ई. के दौरान दर्ज की गयी थी ।
कुछ प्रमुख परिभाषाएँ
1: जनसंख्या घनत्व (Density of Population)- जनसंख्या घनत्व का तात्पर्य प्रति वर्ग किमी में निवासित औसत जनसंख्या से है।
2: लिंगानुपात (Sex Ratio)- प्रति 1000 पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या को लिंगानुपात कहते हैं।
3: शिशु लिंगानुपात (0-6 वर्ष)- जनसंख्या में 0-6 आयु समूह में प्रति 1000 पुरुषों की तुलना में उसी आयु समूह में स्त्रियों की संख्या को शिशु लिंगानुपात (CSR) कहा जाता है।
4: साक्षरता दर (Literacy Rate)- सात वर्ष और उससे अधिक आयु का जो व्यक्ति किसी भाषा को समझ सकता हो और उसे लिख या पढ़ सकता हो साक्षर (Literate) कहलाता है। 7 वर्ष और उससे अधिक आयु वाली कुल जनसंख्या में साक्षरों के प्रतिशत को जनसंख्या की साक्षरता दर कहते हैं।
5: दशकीय वृद्धि दर (Decadal Growth Rate)- यह 10 वर्षों के मध्य जनसंख्या में हुई प्रतिशत वृद्धि को व्यक्त करता है।
6: शिशु मृत्यु दर- शिशु मृत्यु दर प्रति हजार जीवित जन्में शिशुओं की संख्या के अनुपात में 1 वर्ष से कम आयु वाले मृत शिशुओं की संख्या को दर्शाती है। यानी शिशु मृत्यु दर किसी वर्ष में प्रति 1000 जीवित जन्म पर उसी वर्ष में मृत शिशुओं की संख्या है।
2011 जनगणना से संबंधित प्रमुख आँकड़े
⦿ 2011 ई. की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 1,21,08,54,977 है, जिसमें 62,32,70,258 (51.47%) पुरुष एवं 58,75,84,719 (48.53%) महिलाएँ हैं।
⦿ 2011 ई. जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5% है।
⦿ जनसंख्या में वार्षिक वृद्धि दर 1.97% से घटकर 1.64% हो गयी है जबकि दशकीय वृद्धि दर 21.54% से घटकर 17.7% हो गयी है। नगालैंड की दशकीय वृद्धि दर ऋणात्मक (-0.6%) रही।
⦿ लिंगानुपात 933 से बढ़कर 943 हो गया है।
⦿ शिशु लिंगानुपात (0-6 वर्ष) 927 से घटकर 918 हो गया।
⦿ जनसंख्या में साक्षर लोगों की संख्या 64.84% से बढ़कर 73% हो गयी है । पुरुष साक्षरता 75.26% से बढ़कर 80.9% एवं महिला साक्षरता 53.67% से बढ़कर 64.6% हो गयी।
⦿ ग्रामीण क्षेत्र में न्यूनतम साक्षरता दर वाला राज्य आन्ध्र प्रदेश (60.4%) है।
⦿ शहरी क्षेत्र में न्यूनतम साक्षरता वाला राज्य उत्तर प्रदेश (75.1%) है।
⦿ ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य केरल (93%) है।
⦿ देश में अब तक पूर्ण साक्षर घोषित किये गये एक मात्र राज्य केरल है।
⦿ जनगणना 2011 ई. के अनुसार देश में अनुसूचित जाति (SC) के व्यक्तियों की कुल संख्या 20.14 करोड़ है जो देश की कुल जनसंख्या का 16.6% है। (2001 में यह 16.2% थी)
⦿ 2011 ई. में अनुसूचित जातियों में लिंगानुपात 945 है।
⦿ 2001 से 2011 ई. के दौरान देश में अनुसूचित जाति की दशकीय वृद्धि दर 20.8% रही ।
⦿ 2011 ई. के जनगणना के अनुसार देश में अनुसूचित जनजाति (ST) के व्यक्तियों की कुल संख्या 10.43 करोड़ है जो देश की कुल जनसंख्या का 8.6% है। (2001 में यह 8.2% थी)
⦿ 2011 ई. में अनुसूचित जनजातियों (ST) का लिंगानुपात 990 है। 2001 से 2011 ई. के दौरान देश में अनुसूचित जनजातियों (ST) की दशकीय वृद्धि दर 23.7% रही।
⦿ जनगणना-2011 के अनुसार देश की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या 31.2% है जबकि ग्रामीण जनसंख्या 68.8% है। उल्लेखनीय है कि 2001 में नगरीय जनसंख्या 27.8% तथा ग्रामीण जनसंख्या 72.2% थी।
⦿ राज्यों में सिक्किम की जनसंख्या सबसे कम है। इसकी जनसंख्या से कम जनसंख्या वाले चार केन्द्रशासित प्रदेश हैं-अंडमान एवं निकोबार, दादर एवं नगर हवेली, दमन व दीव एवं लक्षद्वीप यानी सिक्किम>अंडमान एवं निकोबार>दादर व नगर हवेली>दमन व दीव>लक्षद्वीप ।
जनसंख्या
भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले पाँच राज्य (घटते क्रम में)-
उत्तर प्रदेश (16.51% )
महाराष्ट्र (9.28%)
बिहार (8.6% )
पश्चिम बंगाल (7.54%)
आन्ध्रप्रदेश (6.99%)
भारत के न्यूनतम जनसंख्या वाले पाँच राज्य (बढ़ते क्रम में)-
सिक्किम (0.05%)
मिजोरम (0.09%)
अरुणाचल प्रदेश (0.11%)
गोवा (0.12%)
नगालैंड (0.16%)
[ यानी सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश (19,98,12,341) और न्यूनतम जनसंख्या वाला राज्य सिक्किम (6,10,577) है। ]
दशकीय वृद्धि
सर्वाधिक दशकीय वृद्धि वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
मेघालय (27.9%)
अरुणाचल प्रदेश (26%)
बिहार (25.4%)
जम्मू कश्मीर (23.6%)
मिजोरम (23.5%)
न्यूनतम दशकीय वृद्धि वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
नगालैंड (-0.6% )
केरल (4.9%)
गोवा (8.2%)
आन्ध्रप्रदेश (11% )
सिक्किम (12.9%)
जनसंख्या घनत्व
सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले पाँच राज्य (घटते क्रम में)-
बिहार (1106)
पश्चिम बंगाल (1028)
केरल (860)
उत्तरप्रदेश (829)
हरियाणा (573)
न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाले पाँच राज्य (बढ़ते क्रम में)-
अरुणाचल प्रदेश (17)
मिजोरम (52)
सिक्किम (86)
मणिपुर (115)
नगालैंड (119)
लिंगानुपात
सर्वाधिक लिंगानुपात वाले पाँच राज्य (घटते क्रम में)-
केरल (1084)
तमिलनाडु (996)
आन्ध्रप्रदेश (993)
मणिपुर (992)
छत्तीसगढ़ (991)
न्यूनतम लिंगानुपात वाले पाँच राज्य (बढ़ते क्रम में)-
हरियाणा (879)
जम्मू-कश्मीर (889)
सिक्किम (890)
पंजाब (895)
उत्तरप्रदेश (912)
सर्वाधिक शिशु लिंगानुपात वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
अरुणाचल प्रदेश (972)
मिजोरम (970)
मेघालय (970)
छत्तीसगढ़ (969)
केरल (964)
न्यूनतम शिशु लिंगानुपात वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
हरियाणा (834)
पंजाब (846)
जम्मू-कश्मीर (862)
राजस्थान (888)
गुजरात (890)
साक्षरता
सर्वाधिक साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
केरल (94%)
मिजोरम (91.3%)
गोवा (88.7%)
त्रिपुरा (87.2%)
हिमाचल प्रदेश (82.8%)
न्यूनतम साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
बिहार (61.8%)
अरुणाचल प्रदेश (65.4%)
राजस्थान (66.1%)
झारखंड (66.4%)
आन्ध्रप्रदेश (तेलंगाना सहित) (67% )
सर्वाधिक पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
केरल (96.1%)
मिजोरम (93.3%)
गोवा (92.6%)
त्रिपुरा ( 91.5%)
हिमाचल प्रदेश (89.5%)
न्यूनतम पुरुष साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
बिहार (71.2%)
अरुणाचल प्रदेश (72.6%)
आन्ध्रप्रदेश (74.9%)
मेघालय (76%)
झारखंड (76.8%)
सर्वाधिक महिला साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
केरल (92.1%)
मिजोरम (89.3%)
गोवा (84.7%)
त्रिपुरा (82.7%)
नगालैंड (76.1%)
न्यूनतम महिला साक्षरता प्रतिशत वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
बिहार (51.5%)
राजस्थान ( 52.1%)
झारखण्ड (55.4%)
जम्मू-कश्मीर (56.4%)
उत्तरप्रदेश (57.2%)
ग्रामीण जनसंख्या / शहरी जनसंख्या
सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
हिमाचल प्रदेश (90%)
बिहार (88.7%)
असम (85.9%)
ओडिशा (83.3%)
मेघालय (79.9%)
सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
गोवा (62.2%)
मिजोरम ( 52.1%)
तमिलनाडु (48.4%)
केरल (47.7%)
महाराष्ट्र (45.2%)
सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
महाराष्ट्र (5,08,18,259 )
उत्तर प्रदेश (4,44,95,063)
तमिलनाडु (3,49,17,440)
प. बंगाल (2,90,93,002)
आन्ध्रप्रदेश (2,82,19,075)
न्यूनतम नगरीय जनसंख्या वाले 5 राज्य (बढ़ते क्रम में)-
सिक्किम (1,53,578)
अ. प्रदेश (3,17,369)
नगालैंड (5,70,966)
मिजोरम (5,71,771)
मेघालय (5,95,450)
अनुसूचित जाति/जनजाति
सर्वाधिक अनुसूचित जाति (SC) जनसंख्या प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
पंजाब (31.9%)
हिमाचल प्रदेश (25.2%)
पश्चिम बंगाल (23.5%)
उत्तरप्रदेश (20.7%)
हरियाणा (20.2%)
सर्वाधिक अनुसूचित जाति (SC) जनसंख्या वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
उत्तरप्रदेश (4,13,57,608)
प. बंगाल (2,14,63,270)
बिहार (1,65,67,325)
तमिलनाडु (1,44,38,445)
आन्ध्रप्रदेश (1,38,78,078)
नोट: नगालैंड एवं अरुणाचल प्रदेश में कोई भी अनुसूचित जाति (SC) निवास नहीं करती है। |
सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति (ST) जनसंख्या वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
मध्यप्रदेश (1,53,16,784)
महाराष्ट्र (1,05,20,213)
ओडिशा (95,90,756)
राजस्थान (92,38,534)
गुजरात ( 89,17,174)
नोट: झारखंड में अनुसूचित जनजाति (ST) जनसंख्या के मामले में छठे स्थान पर है। इसकी ST जनसंख्या 86,45,042 है। |
सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति (ST) जनसंख्या प्रतिशत वाले 5 राज्य (घटते क्रम में)-
मिजोरम (94.4%)
नगालैंड (86.5%)
मेघालय (86.1%)
अरुणाचल प्रदेश (68.8%)
मणिपुर (35.1%)
⦿ ST जनसंख्या प्रतिशत के मामले में झारखंड (26.2%) 11वें स्थान पर है।
नोट: हरियाणा एवं पंजाब में कोई भी अनुसूचित जनजाति (ST) निवास नहीं करती है। |
जनगणना 2011 : केन्द्रशासित प्रदेश
⦿ सर्वाधिक जनसंख्या वाला केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली (दूसरा एवं तीसरा स्थान क्रमशः पुदुचेरी एवं चंडीगढ़) है व न्यूनतम जनसंख्या वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप है।
⦿ सर्वाधिक दशकीय वृद्धि वाले केन्द्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली (55.9%) [दूसरा एवं तीसरा स्थान क्रमशः दमन व दीव (53.8%), पुदुचेरी (28.1% ) ] है व न्यूनतम दशकीय वृद्धि दर वाले केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (6.3%) है।
⦿ सर्वाधिक जन घनत्व वाले केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली (11,320) है व न्यूनतम जन घनत्व वाले केन्द्रशासित अंडमान निकोबार द्वीप समूह (46) है । जन घनत्व में दूसरा स्थान चंडीगढ़ (9,258) का है।
⦿ सर्वाधिक लिंगानुपात वाले केन्द्रशासित प्रदेश पुदुचेरी (1,037) है व न्यूनतम लिंगानुपात वाले केन्द्रशासित प्रदेश दमन व द्वीप (618) है। लिंगानुपात में दूसरा स्थान लक्षद्वीप (947) का है ।
⦿ सर्वाधिक शिशु (0-6 वर्ष) लिंगानुपात वाला केन्द्रशासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (968) है व न्यूनतम शिशु लिंगानुपात वाला केन्द्रशासित प्रदेश दिल्ली (8.71) है। शिशु लिंगानुपात में दूसरे स्थान पर पुदुचेरी (967) है।
⦿ सर्वाधिक साक्षरता प्रतिशत वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (91.8%) है व न्यूनतम साक्षरता प्रतिशत वाला केन्द्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली (76.2%) है। साक्षरता प्रतिशत में दूसरा स्थान दमन एवं दीव (87.1%) है।
⦿ सर्वाधिक पुरुष साक्षरता वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (95.6%) है व न्यूनतम पुरुष साक्षरता वाला केन्द्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली (85.2%) है ।
⦿ सर्वाधिक महिला साक्षरता वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (87.9%) है और न्यूनतम महिला साक्षरता वाला केन्द्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली (64.3% ) है ।
⦿ केन्द्रशासित प्रदेशों में सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या एवं नगरीय जनसंख्या प्रतिशत दिल्ली का है व न्यूनतम नगरीय जनसंख्या प्रतिशत अंडमान निकोबार द्वीप समूह (37.7%) का है।
⦿ जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (64,473) है।
⦿ सर्वाधिक SC जनसंख्या प्रतिशत वाला केन्द्रशासित प्रदेश चण्डीगढ़ (18.9%) है लेकिन दिल्ली सर्वाधिक SC जनसंख्या वाला (28.12 लाख) केन्द्रशासित प्रदेश है ।
नोट: लक्षद्वीप तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोई भी अनुसूचित जाति (SC) निवास नहीं करती है। |
⦿ सर्वाधिक ST जनसंख्या प्रतिशत वाला केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप (94.8%) है वहीं सर्वाधिक ST जनसंख्या वाला केन्द्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली (1,78,564) है।
नोट: दिल्ली, चण्डीगढ़ एवं पुदुचेरी में कोई भी अनुसूचित जनजाति (ST) निवास नहीं करती है। |
यह भी देखें
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